वर्ड वॉर और भारत ।



 💢        आज संसार के युद्ध की गंभीर विभीषिता को देखते हुए हमें गर्व है कि हमारे देश की बाग़डोर सही व उचित निर्णय लेने वालो के हाथो में है और (PM - MODI) जिसे विश्व का  समर्थन भी हांसिल है। उनकी अधिकांश नीतियां भारत और विश्व के लिए हितकारी ही रही हैं। 

 💢           आज के युग में सभी देश अपने  क्षेत्रिये हित और सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए युद्ध में अपने -२ खेमे बनाये हुए है। भारत भी इस कड़ी में जुड़ा  हुआ है जिसे QUAD Group नाम दिया गया है। जो की दक्षिण हिन्द महासागर की सुरक्षा और कुछ मुद्दों को देखते हुए बनाया गया है। भारत, वर्ल्ड में हो रही युद्ध की विभीषता को देखते हुए स्वं अपनी रक्षा करने में पूर्ण रूप से सक्षम है और हम भारतीयों को अपनी सेना की क्षमता पर कोई संशय नहीं है। जो की सम्वत 1961 और 1971 के युद्ध के बाद और वर्तमान समय में बनी नई सरकार और उसकी देश को सुदुढ़ बनाने की नीति के चलते हमारी सेना और मजबूत हुई है, और साथ ही साथ  हमारे  विज्ञानं और नई  टेक्नोलॉजी ने भी इसमें समय -२ पर अपनी  भूमिका निभायी है।  

 💢            भूतपूर्व समय या कहे कि पुराने समय में जैसा भारत व उसका नक्सा था जो कि पकिस्तान बांग्लादेश और म्यंमार आदि काफी देश बनने से पहले का था।  तब का भारत काफी मजबूत िस्थति में था। क्योकि वो भारत टूटने से पहले का था।  लेकिन भारत में कुछ ऐसे आक्रान्त लोग भी थे जिन्होंने अपना हित साधने के लिए भारत के कई टुकड़े कर दिए  और अभी (वर्तमान ) में  भी भारत में ऐसे लोग है जो कुछ चंद पैसो और अपने स्वार्थ के लिए विदेशी जासूसों के संपर्क में रहते है, और उन लोगो के आदेश या उकसाने पर देश को तोड़ने हेतु साज़िशन अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे है। जैसा की दिल्ली में हाल ही के सालो में घटित हुई एक घटना इसका जीता जगता उदाहरण है जिसके कारणवश देश में अराजकता की िस्थति बने और ऐसे लोग इस नाजुक समय का लाभ उठा, देश में अराजकता व हिंसा  को और बढ़ावा दे, जिससे उनका उद्देश्य पूर्ण हो सके। हमें सर्वप्रथम ऐसी मानसिकता वाले लोगो को पहचान कर उनपर आरोप सिद्ध होने पर कड़ी से कड़ी करवाई करनी चाहिए।  

 💢            आज के नए भारत व उसकी नीति का सम्मान विश्व के लगभग सभी देश करते है। आज सभी देशो के लिए भारत इस युद्ध की घडी में एक आशा की किरण है, जो कि यूक्रेन को लेकर रूस और पश्चिमी देशो में  बनी हुई तकरार है।  जिसमे भारत समय - 2 पर युद्ध में शामिल देशो से युद्ध विराम के लिए निवेदन व परामर्श कर चुंका  है, और इस युद्ध के खिलाफ अपना सख्त रुख 😒साफ कर चुका है। 


    💢     भारत से अलग हुए देशो की दशा पर एक नजर -

              पाकिस्तान, बंगलादेश, नेपाल, भूटान, तिब्बत, श्रीलंका, म्यांमार, अफगानिस्तान, ईरान, तजाकिस्तान, बर्मा, इंडोनेशिया, ब्लूचिस्तान आदि भारत के अभिन्न अंग रहे हैं। 

                आज भारत सेअलग हुए कई देश वर्तमान समय में बहुत बुरा समय देख रहे है ये भी तब है जब भारत समय -२ पर इन सभी देशो की बिना अपना स्वार्थ साधे आर्थिक और मानवीय मदद करता रहा  है। इनमे कुछ एक देश जो भारत से अलग हुए थे उनपर विदेशी लोगो व अक्रान्ताओ ने अपना हक़ जमा लिया है। इसमें तिब्बत जैसे देश शामिल है। 

                आज इस असमंजक युद्ध की  घडी में अगर हमें मजबूत िस्थति बनानी है, तो हमें अपने पडोसी देशो से अच्छे सम्बन्ध बनाने होंगे  जिससे आने वाले बुरे समय में हम लोग एक दूसरे का साथ निभा सके, और कोई दूसरा शक्तिशाली देश हमारे ऊपर अपना अधिपक्तय या अधिकार न कर सके। जैसा कि तिब्बत इसका एक उदाहरण मात्र है और अंतराष्टीय मंच पर समय -२ पर ये मुद्दा विचार का विषय भी होता है जिस पर चीन अपना अधिपत्य जमाना चाहता है। 

     💢     आज युद्ध की जो िस्थतियाँ बनी हुई है उसको देखते हुए, हमें पूर्वकालीन भारत का स्मरण अवश्य होता होगा।  जो स्वं में सर्व-शक्तिमान और सुद्धढ़ था। 






 










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